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बाइबल के अनुसार उपवास कैसे करना चाहिए ? How to fast according to the Bible In Hindi ?

बाइबल के अनुसार उपवास कैसे करना चाहिए ? How to fast according to the Bible In Hindi ?


उपवास करने से पहले उपवास के अर्थों को समझना जरूरी हैं।

उपवास भक्ति और समर्पण का तथा परमेश्वर के अधीन होने का मार्ग हैं। 
उपवास परमेश्वर की इच्छा को जानने का माध्यम है।



1. उपवास कब करना चाहिए ?
पवित्रआत्मा की अगुवाई या प्रेरणा के द्वारा।

बपतिस्मे के बाद पवित्र आत्मा यीशु को जंगल में ले गया, ताकि शैतान से उनकी परख की जाए। चालीस दिन और चालीस रात कुछ नहीं खाने के बाद उन्हें ज़ोरदार भूख लगी।
मत्त 4.1-2


2. उपवास के दिन क्या करना चाहिए ?
अधिक से अधिक बाइबल अध्ययन करें और वचनों को याद करे और स्वयं वचनों को तैयार करे। और अपने आप को जांचे की जीवन के किस क्षेत्र में आपको परमेश्वर से क्षमा मांगने की जरूरत है या किसी को क्षमा करना है की नहीं।
दूसरों के लिए जरूर प्रार्थना करें ऐसा नहीं की प्रार्थना का सारा विषय आप ख़ुद ही हो। आराधना करें और आत्मिक गीतों को भजनों को करें। पवित्रआत्मा को अपने जीवन में अनुमति दे अधिकार दे और प्रार्थना करें पवित्रआत्मा के साथ।


3. उपवास से हमें क्या-क्या लाभ होता हैं ?
उपवास से आत्मिक उन्नति होता हैं।
परमेश्वर की पहचान में बढ़ाता है।
आत्मिक भूख और प्यास देता हैं।
उपवास हमें नम्र बनाता हैं।
परमेश्वर के अनुग्रह को प्राप्त करने में सहायता करता है।
परमेश्वर के निकट जाने में सहायता करता है।
जीवन के फैसले लेने में सहायता करता है।
अपने आप को जांचने का समय होता हैं।
हम अपने चालचलन को ध्यान से परखें, और यहोवा की ओर फिरें!


नीचे दिए गए बाइबल के पदों से और ढूढ़े की आपको उपवास से क्या-क्या फायदे हो सकते हैं।


4. उपवास में क्या नहीं करना चाहिए ?
दिखावट या पाखंड नहीं करना चाहिए।
कुछ लोग रिकॉर्ड बनाने के लिए करतें हैं और दूसरों को दिखाने के लिए की देखो मैंने इतना दिन उपवास किया जो करना ग़लत हैं।
शोकित चेहरा बनाके नहीं रहना चाहिए।
अपने स्वार्थ के लिए नहीं करना चाहिए।
मन्नत मानकर नही करना चाहिए।
प्रसिद्ध होने के लिए नहीं करना चाहिए।
पब्लिसिटी जैसा नहीं करना चाहिए।
गलत धारणाओं के साथ नहीं करना चाहिए।
अविश्वासियों के समान नही करना चाहिए।
मूर्तिपूजकों के समान नहीं करना चाहिए।
अपने को प्रसन्न करने के लिए नहीं करना चाहिए।
खाने पर ध्यान नहीं रखना चाहिए।
उपवास भूखहड़ताल नहीं हैं।
बार - बार पानी नही पीना चाहिए या Tea नहीं लेना चाहिए।
सोना नहीं चाहिए।
समय बर्बाद नहीं करना चाहिए।
जैसे Facebook और Youtube में।
मार्केटिंग और घर के काम मे व्यस्त नहीं होना चाहिए।
घर का बिना प्रबंध किए उपवास नहीं करना चाहिए।
शारीरिक संभोग से दूर रहना चाहिए।
शारीरिक लालसाओं से दूर रहना चाहिए।
इंटरनेट से दूर रहे तो अधिक बेहतर है।


4. उपवास की कुछ गलत धारणायें जिनसे सावधान रहना चाहिए।
●यीशु ने 40 दिन उपवास किया मैं भी करूँगा। जैसा कि कोई नियम है।
●सिर्फ उपवास करने से ही परमेश्वर प्रार्थना सुनता है।




एलिय्याह की ये बातें सुन कर आहाब ने अपने कपड़े फाड़े। वह अपनी देह पर टाट ओढ़ कर पड़ा रहा और धीरे-धीरे चलने लगा।
1 राजा 21.27

इन बातों को सुनने के बाद मैं बहुत रोने लगा और काफी दिनों तक गम में रहा। मैं उपवास के साथ प्रार्थना भी करता रहा।
नहेमा 1.4


वह चौरासी साल की हो चुकी थी। वह उपवास और भजन कीर्तन के साथ वहीं प्रार्थना भवन में रात दिन गुज़ारा करती थी।
लू 2.37

यूहन्ना के शिष्य और फ़रीसी उपवास करते थे, इसलिए उन्होंने आकर यीशु से यह कहा, “यूहन्ना के शिष्य और फ़रीसियों के शिष्य उपवास रखते हैं, लेकिन आपके शिष्य क्यों नहीं रखते?”
मरकु 2.18


2 कुरिन्थि 11:27

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