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अच्छा, सही, प्रसन्न करने वाला, उत्तम, सबसे अच्छा

परिभाषा:

“अच्छा” शब्द सामान्यतः किसी के गुण-लक्षणों के सकारात्मक मूल्यांकन के सन्दर्भ में होता है, जो प्रायः नैतिक या भावनात्मक भाव में होता है| तथापि, बाईबल में प्रकरण के आधार पर इस शब्द के द्वारा अनेक अवांतर भेद व्यक्त किए जाते हैं|

  • कोई वस्तु "अच्छी" है तो वह भावनाओं को अभिभूत करती है और नैतिकता में न्यायोचित होती है, सर्वोचित होती है, अनुकूल या लाभकारी होती है|
  • बाईबल में, "अच्छा" का सामान्य अर्थ प्रायः "बुरे" की विषमता में दर्शाया जाता है|

अनुवाद के सुझाव:

  • लक्षित भाषा में “अच्छा” के लिए जो भी सामान्य शब्द है उसका उपयोग किया जाए, यदि उसका सामान्य अर्थ उचित एवं स्वाभाविक हो विशेष करके ऐसे संदर्भों में जहां यह शब्द बुराई के विपरीत अर्थ में आया हो।
  • प्रकरण के अनुसार इसके अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं, “दयालू” या "अति उत्तम" या “परमेश्वर को प्रसन्न करने योग्य” या “न्यायोचित” या "नैतिकता में खरा" या “लाभकारी”
  • “अच्छी भूमि” का अनुवाद हो सकता है, “उपजाऊ भूमि” या “उत्पादक भूमि”; “अच्छी फसल” का अनुवाद हो सकता है, “विपुल फसल” या “बहुत अधिक फसल”।
  • “भलाई करना” का अर्थ है मनुष्यों के लाभ के काम और इसका अनुवाद हो सकता है, किसी “पर दया करना” या “सहायता करना” या “लाभ पहुंचाना” या किस के लिए "समृद्धी का कारन होना"
  • “सब्त के दिन भलाई करना” अर्थात “किसी के लाभ का काम सब्त के दिन करना”।
  • प्रकरण के अनुसार “भलाई" के अनुवाद हो सकते हैं, “आशिष” या “दया” या “नैतिक सिद्धता” या “धार्मिकता” या “शुद्धता”

(यह भी देखें: धार्मिकतासमृद्ध होनाबुरा)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल की कहानियों के उदाहरण:

  • 1:4 परमेश्वर ने देखा कि जो सृष्टि उसने की है वह अच्छी है।।
  • 1:11 परमेश्वर ने अच्छे और बुरे के ज्ञान का पेड़ लगाया।
  • 1:12 फिर परमेश्वर ने कहा “आदमी का अकेला रहना अच्छा नहीं है।”
  • __ 2:4 "परमेश्वर इतना जानता है कि जैसे ही तुम इसे खाते हो, तो तुम परमेश्वर की तरह हो जाओगे और __अच्छे और बुरे को समझोगे जैसा वह समझता है।"
  • 8:12 "आपने दास के रूप में मुझे बेचकर तुमने बुराई करने की कोशिश की, लेकिन परमेश्वर ने भलाई के लिए बुराई का इस्तेमाल किया!"
  • 14:15 यहोशू एक अच्छा अगुआ था क्योंकि वह परमेश्वर पर विश्वास करता था व उसकी आज्ञाओ का पालन करता था।
  • 18:13 कुछ राजा अच्छे भी थे, जिन्होंने उचित शासन किया और परमेश्वर की उपासना की।
  • 28:1 “हे उत्तम गुरु, अनन्त जीवन का वारिस होने के लिए मै क्या करूँ?” यीशु ने उससे कहा, “तू मुझे ‘उत्तम’ क्यों कहता है? जो उत्तम है वह केवल एक ही है, और वह परमेश्वर है"

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0117, H0145, H0155, H0202, H0239, H0410, H1580, H1926, H1935, H2532, H2617, H2623, H2869, H2895, H2896, H2898, H3190, H3191, H3276, H3474, H3788, H3966, H4261, H4399, H5232, H5750, H6287, H6643, H6743, H7075, H7368, H7399, H7443, H7999, H8231, H8232, H8233, H8389, H8458, G00140, G00150, G00180, G00190, G05150, G07440, G08650, G09790, G13800, G20950, G20970, G21060, G21070, G21080, G21090, G21140, G21150, G21330, G21400, G21620, G21630, G21740, G22930, G25650, G25670, G25700, G25730, G28870, G29860, G31400, G36170, G37760, G41470, G46320, G46740, G48510, G52230, G52240, G53580, G55420, G55430, G55440

अधर्म, अधर्मों

परिभाषा:

"अधर्म" शब्द का अर्थ और "पाप" का अर्थ एक सा ही है परन्त अत्यधिक विलक्षनता में इसका संदर्भ सोच-विचार कर किए गए अनुचित कार्य से. या महान दुष्टता से है।

  • “अधर्म का काम” का अर्थ वास्तव में है कि (व्यवस्था को) विकृत करना या अनुचित अर्थ निर्धारण करना| इसका सन्दर्भ बड़े अन्याय से है।
  • अधर्म के वर्णन में कहा जा सकता है, मनुष्न्ययों के विरुद्ध जानबूझ कर किया गया हानिकारक कार्य।
  • “अधर्म के काम” के अन्य अनुवाद हो सकते हैं, “विकृत आचरण” या “भ्रष्टाचार” इन दोनों शब्दों द्वारा भयानक पाप की दशा प्रकट होती है।

अनुवाद के लिए सुझाव:

  • “अधर्म के कामों” का अनुवाद हो सकता है, “दुष्टता” या “विकृत कार्य” या “हानिकारक कार्य”।
  • “अधर्म के काम” उक्ति प्रायः उसी गद्यांश में प्रकट होती है जिसमें “पाप” और “अपराध” शब्द आते हैं। अतः इनके अनुवाद में अलग-अलग शब्दों का उपयोग करना अति महत्वपूर्ण है।

(यह भी देखें: पापउल्लंघन करनाअपराध करना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H205, H1942, H5753, H5758, H5766, H5771, H5932, H5999, H7562, G92, G93, G458, G3892, G4189

अधर्मी, अधर्म

परिभाषा:

“अधर्मी” का अर्थ है, पापी और नैतिक रूप से भ्रष्ट से है। “अधर्म” का अर्थ है पाप या पापमय होने की दशा।

  • ये शब्द ऐसे जीवन को व्यक्त करते हैं जो परमेश्वर की शिक्षाओं और आज्ञाओं का पालन नहीं करते।
  • अधर्मी मनुष्य अपने कार्य एवं विचारों में अनैतिक होते हैं।
  • कभी-कभी “अधर्मी” शब्द उन मनुष्यों के संदर्भ में काम में लिया जाता है जो यीशु में विश्वास नहीं करते।

अनुवाद के सुझाव:

  • इस शब्द का अनुवाद हो सकता है “जो धर्मी नहीं है।”
  • प्रकरण के अनुसार इसके अनुवाद की अन्य विधियाँ हैं, “भ्रष्ट” या “अनैतिक” या “परमेश्वर से विद्रोह करने वाले” या “पापी।”
  • “अधर्मी” का अनुवाद हो सकता है, “अधर्मी जन”
  • “अधर्म” का अनुवाद हो सकता है “पाप” या “बुरे विचार एवं कार्य” या “दुष्टता”
  • संभव हो तो सर्वोत्तम अनुवाद होगा, कि इसका संबन्ध “धर्म” और “धार्मिकता” से हो।

(यह भी देखें: धर्मीजनअन्यायीपापव्यवस्था विरोधी)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H205, H2555, H5765, H5766, H5767, H6664, G93, G94, G458

अधर्मी, अन्याय से, अन्याय

परिभाषा:

  • “अधर्मी” और “अन्याय से” मनुष्यों के साथ पक्षपात करना, प्रायः हानि के व्यवहार के साथ।
  • “अन्याय” किसी मनुष्य के साथ बुरा करना, जबकि वह इस योग्य नहीं। इसका संदर्भ पक्षपाती व्यवहार से है।
  • कुटिलता का अर्थ यह भी है कि कुछ के साथ बुरा कुछ के साथ अच्छा व्यवहार करना।
  • जो मनुष्य पक्षपात करता है वह मनुष्यों के साथ समता का व्यवहार नहीं करता है।

अनुवाद के सुझाव:

  • प्रकरण के अनुसार “पक्षपात” का अनुवाद “कपट पूर्ण” या “अन्याय” या “अधर्म” भी किया जा सकता है।
  • “पक्षपात” का अनुवाद “अन्यायी लोग” या “कपटपूर्ण लोग” या “मनुष्यों के साथ पक्षपात करने वाले” या “अधर्मी जन” या “परमेश्वर की आज्ञा न मानने वाले लोग”।
  • “पक्षपात के साथ” का अनुवाद “अन्याय के साथ” या “अनुचित” या “कपट के साथ” हो सकता है।
  • “कुटिलता” का अनुवाद “अनुचित व्यवहार” या “अन्याय का व्यवहार” या “पक्षपात का व्यवहार” किया जा सकता है। (देखें: भाववाचक संज्ञा)

(यह भी देखें: उचितअधर्मी)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H205, H2555, H5765, H5766, H5767, H8636, G91, G93, G94

अधिकारी होना, भाग, वारिस

परिभाषा:

“विरासत” माता-पिता या किसी से विशेष संबन्ध के कारण कोई मूल्यवान वस्तु प्राप्त करना। यह शब्द उस व्यक्ति के साथ विशेष संबंध के कारण किसी अन्य व्यक्ति से मूल्यवान वस्तु प्राप्त करने का भी उल्लेख कर सकता है। एक "विरासत" वह चीज है जो प्राप्त की जाती है, और एक "वारिस" वह व्यक्ति होता है जिसे विरासत प्राप्त होती है।

  • सांसारिक उत्तराधिकार में पैसा, भूमि, या अन्य सम्पदा प्राप्त होती है।
  • परमेश्वर ने अब्राहम और उसके वंशजों से प्रतिज्ञा की थी कि कनान उनका भाग होगा कि वह सदा के लिए उनका होगा।

अनुवाद के सुझाव:

  • जैसे सदैव किया जाता है, पहले यह देखें कि लक्षित भाषा में “वारिस” या “भाग” (उत्तराधिकार) के लिए शब्द हैं, उनका उपयोग करें।
  • प्रकरण पर निर्भर, “भाग” को अनुवाद के अन्य रूप है, “प्राप्त करना” या “अधिकार में लेना” या “अधिकारी होना”।
  • “ठहराया हुआ भाग” (रिक्थ) के अनुवाद हो सकते हैं, “प्रतिज्ञात वरदान” या “अधिकार पाना”।
  • “वारिस” शब्द का अनुवाद ऐसे शब्द से किया या उक्ति से किया जा सकता है जिसका अर्थ, “सौभाग्यशाली सन्तान जो पिता की सम्पदा प्राप्त करती है” या “(परमेश्वर की) आध्यात्मिक संपत्ति या आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए।”।
  • शब्द "विरासत" का अनुवाद "परमेश्वर से आशीर्वाद" या "विरासत में मिली आशीषों" के रूप में किया जा सकता है।

(यह भी देखें: वारिसकनानप्रतिज्ञा का देश)

बाइबल सन्दर्भ:

बाइबल कहानियों से उदाहरण:

  • 04:06 जब अब्राम कनान देश पहुंचा तब परमेश्वर ने उससे कहा कि,’’ अपने चारों ओर देख’’ क्योंकि जितनी भूमि तुझे दिखाई देती है, उस सब को मैं तुझे और तेरे वंश को दूँगा।
  • 27:01 एक दिन, यहूदियों के कानून में एक विशेषज्ञ यीशु की परीक्षा लेने के लिए आया था, उन्होंने कहा, "शिक्षक, मुझे अनन्त जीवन __ पाने के लिए__ क्या करना चाहिए ?"
  • 35:03 “किसी व्यक्ति के दो पुत्र थे। उनमें से छोटे पुत्र ने पिता से कहा, ‘हे पिता, सम्पत्ति में से जो भाग मेरा है वह मुझे दे दीजिये।’ तो पिता ने अपने दोनों बेटो में अपनी सम्पत्ति बाँट दी।”

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H2490, H2506, H3423, H3425, H4181, H5157, H5159, G2816, G2817, G2819, G2820

अधिकारी, अधिकारियों

परिभाषा:

“अधिकार” शब्द किसी के द्वारा किसी पर प्रभाव के पद, उत्तरदायित्व, या प्रशासन के स्थान का द्योतक है।

  • राजाओं और प्रशासनिक शासकों का उन लोगों पर वैधानिक अधिकार होता है जिन पर उनका शासन होता है।
  • "अधिकारियों" शब्द का सन्दर्भ जनता पर अधिकार रखने वाले लोगों, सरकारों या संगठनों से हो सकता है।
  • "अधिकारियों" शब्द का सन्दर्भ उन आत्माओं से भी हो सकता है जिनके पास उन मनुष्यों पर अधिकार है जिन्होंने परमेश्वर की अधीनता स्वीकार नहीं की है ।
  • स्वामी अपने सेवकों या दासों पर अधिकार रखते हैं। माता-पिता के पास अपने संतानों पर अधिकार है।
  • सरकारों को अपने नागरिकों को नियंत्रित करने वाले कानून बनाने का अधिकार या हक़ है।

अनुवाद के सुझाव:

“अधिकार” का अनुवाद “नियंत्रण” या “वर्चस्व” या “योग्यता” भी हो सकता है

  • कभी-कभी "अधिकार " शब्द, "शक्ति" के अभिप्राय में भी काम में लिया जाता है।
  • जब "अधिकारियों " शब्द लोगों पर शासन करने मनुष्यों लोगों या संगठनों को संदर्भित करने के लिए काम में लिया जाता है, तो इसका अनुवाद हो सकता है, "अगुओं" , "शासकों" या "सत्ता" के रूप में भी किया जा सकता है।
  • “अपने अधिकार से” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “अगुआई के अपने अधिकार से” या “अपनी योग्यताओं के आधार पर”
  • "अधिकार के अधीन", इस अभिव्यक्ति का अनुवाद किया जा सकता है, "पालन करने के उत्तरदायी" या "अन्यून की आज्ञाओं का पालन करने की अनिवार्यता|"

(यह भी देखें: प्रभुताराजाशासकसामर्थ्य)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H8633, G08310, G14130, G18490, G18500, G20030, G27150, G52470

अधोलोक, अथाह-कुण्ड

परिभाषा:

“अधोलोक” (यूनानी भाषा का अनुवाद) और “अथाह-कुण्ड” (इब्रानी भाषा का अनुवाद) "अधोलोक" के व्यक्तिवाचक संज्ञा नाम हैं जिनका अर्थ है, भूमिगत निवास स्थान जहां प्राचीन संस्कृति में माना जाता था कि मनुष्य मरणोपरांत वहाँ जाएगा |

  • पुराने नियम में “अधोलोक” का इब्रानी शब्द (शिओल) को व्यक्तिवाचक संज्ञा नाम या जातिवाचक संज्ञा नाम स्वरुप काम में लिया जा सकता है जिसका अर्थ है, "भूमिगत|"
  • नये नियम में यूनानी शब्द “हेडीज़” (अथाह-कुण्ड) यीशु का परित्याग करने वाले मृतकों का स्थान है| नये नियम में लोगों का वर्णन किया गया है कि वे अधोलोक में "नीचे जा रहे हैं|"

अनुवाद के सुझाव

  • पुराने नियम के शब्द “शिओल” (अधोलोक) का अनुवाद प्रकरण पर आधारित होता है| कुछ संभावनाएं हैं: “मृतकों का स्थान” या “मृतक आत्माओं का स्थान”, “कुण्ड” या “मृत्यु” कहा गया है।
  • नये नियम का शब्द “हेडीज़” का अनुवाद भी प्रकरण पर आधारित नानाविध है| कुछ संभावित अनुवाद हैं: “अविश्वासी मृतकों की आत्माओं का स्थान”, "मृतकों की पीड़ा का स्थान" या “अविश्वासी मृतक मनुष्यों की आत्माओं का स्थान”।
  • कुछ अनुवादों में “शिओल” और “हेडीज़” व्यक्तिवाचक संज्ञा शब्दों को ज्यों का त्यों ही रखा जाता है परन्तु उसके उच्चारण को अनुवाद की भाषा में ध्वनी के अनुरूप व्यक्त किया जाता है। (देखें: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)
  • इन शब्एदों में से प्रत्येक के साथ वर्णनात्मक वाक्यांश जोड़ा जा सकता है| ऐसा करने के उदाहरण हैं, "अधोलोक, वह स्थान जहाँ मृत लोग हैं" और "अथाह-कुण्ड, मृत्यु का स्थान"।

(अनुवाद के सुझाव: अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे)

(यह भी देखें: मृत्युस्वर्गनरककब्र)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H7585, G0860

अनुग्रह, अनुग्रहकारी

परिभाषा:

“अनुग्रह” का अर्थ है कि किसी मनुष्य की सहायता करना या उसको आशिष देना जबकि वह इस योग्य नहीं है। “अनुग्रहकारी” उस मनुष्य को दर्शाता है जो किसी पर अनुग्रह करता है।

  • पापी मनुष्यों के प्रति परमेश्वर का अनुग्रह एक निर्मोल वरदान है।
  • अनुग्रह के विचार में गलत एवं हानि पहुंचानेवाला काम करने वाले मनुष्य को दया दिखाना या क्षमा करना।
  • "अनुग्रह प्राप्त करने के लिए" इस अभिव्यक्ति का अर्थ है, परमेश्सेवर से सहायता और दया प्राप्त करना। इसके अर्थ प्रायः यह होता है, परमेश्वर का किसी पर प्रसन्न होना और उसकी सहायता करना|

अनुवाद के सुझाव:

  • “अनुग्रह” के अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं “ईश्वरीय दया” या “परमेश्वर की कृपा” या “पापियों के लिए परमेश्वर की दया एवं क्षमा” या “दयालु कृपा”।
  • “अनुग्रहकारी” का अनुवाद हो सकता है, “कृपापूर्ण” या “दयालु” या “अनुकम्पा पूर्ण” या “कृपापूर्ण दया”
  • “परमेश्वर की दृष्टि में अनुग्रह प्राप्त किया” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “उसने परमेश्वर से दया प्राप्त की” या “परमेश्वर ने कृपालु होकर उसकी सहायता की” या "परमेश्वर ने उस पर दया की" या “परमेश्वर उससे प्रसन्न हुआ और उसकी सहायता की”।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H2580, H2587, H2589, H2603, H8467, G21430, G54850, G55430

अनुग्रह, पक्ष, पक्षपात

परिभाषा:

“अनुग्रह” शब्द का अर्थ सामान्यतः अनुमोदन होता है| मनुष्य किसी पर अनुग्रह करता है तो वह उसको विश्वास का मान प्रदान करता है और उसका अनुमोदन करता है

  • ​यीशु परमेश्वर और मनुष्यों के “अनुग्रह में” बढ़ता गया। अर्थात परमेश्वर और मनुष्य दोनों ने उसके चरित्र और उसके आचरण का अनुमोदन किया।
  • किसी का “अनुग्रह पात्र होना”, इसका अर्थ है, किसी के द्वारा किसी व्यक्ति का अनुमोदन किया जाना।
  • राजा किसी पर अनुग्रह करता है तो उसका अर्थ प्रायः यह होता है कि राजा ने उसकी विनती स्वीकार कर ली है और उसके पक्ष में आज्ञा दे दी है।
  • "अनुग्रह" किसी की और या किसी के लिए लाभ के निमित्त अन्ग्विन्यास या कार्य भी हो सकता है|
  • “पक्षपात” का अर्थ है, कुछ लोगों के साथ अन्यों की अपेक्षा अधिक पक्ष लेने की मनोवृति| इसका अर्थ है, एक व्यक्ति को दुसरे या एक वस्तु को दूसरी से अधिक वरीयता प्रदान करने की मनोवृति क्योंकि वह मनुष्य या वस्तु अधिक मनभावन होती है| पक्षपात को सामान्यतः अनुचित माना जाता है|

अनुवाद के सुझाव:

  • “अनुग्रह” के अन्य अनुवाद हो सकते हैं, "अनुमोदन" या “आशिष” या “लाभ”
  • “यहोवा के प्रसन्न रहने के वर्ष” इस वाक्यांश का अनुवाद हो सकता है, “वह वर्ष (समय) जब यहोवा विपुल आशीष देगा"
  • शब्द "पक्षपात" शब्द का अनुवाद हो सकता है, "भेदभाव" या "पूर्वाग्रहित" या "अन्यायपूर्ण व्यवहार|" यह शब्द "मन पसंद" से संबंधित है, जिसका अर्थ है, सबसे अधिक वरीयता प्रदान करना|

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0995, H1156, H1293, H1779, H1921, H2580, H2603, H2896, H5278, H5375, H5414, H5922, H6213, H6437, H6440, H7521, H7522, H7965, G11840, G36850, G43800, G43820, G54850, G54860

अन्तिम दिन, अंत के दिनों

परिभाषा:

“अन्तिम दिनों” या “अंत के दिनों” सामान्यतः इस वर्तमान युग के अन्त के समय का संदर्भ देते हैं।

  • यह समय अज्ञात अवधि है।
  • “अन्तिम दिन” न्याय का समय होगा, परमेश्वर से विमुख होने वालों का न्याय।

अनुवाद के सुझाव:

  • अन्तिम दिनों” का अनुवाद हो सकता है, “समापन दिवसों” या “अन्त समय."
  • कुछ संदर्भों में, इसका अनुवाद "दुनिया का अंत" या "जब यह संसार समाप्त होगा" के रूप में किया जा सकता है।

(यह भी देखें: प्रभु का दिनन्यायफिरेजगत)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0319, H3117, G20780 , G22500

अन्यजाति

तथ्य:

"अन्यजाति" का अर्थ है गैर यहूदी जन। अन्य जातियां उन लोगों को कहते थे जो याकूब के वंशज नहीं थे।

  • बाइबल में “खतनारहित” शब्द भी प्रतीकात्मक रूप से अन्यजातियों के लिए काम में लिया गया है क्योंकि वे इस्राएलियों के समान अपने बालकों का खतना नहीं करते थे।
  • परमेश्वर ने यहूदियों को अपने लिए अलग करके चुन लिया था, इसलिए यहूदी अन्य लोगों को बाहरी लोग मानते थे जो कभी परमेश्वर के लोग नहीं हो सकते थे।
  • यहूदियों को इतिहास में अलग-अलग समयों पर “इस्राएली” या “इब्रानी” कहा गया है अन्य सबको वे “अन्यजाति” कहते थे।
  • अन्यजाति शब्द का अनुवाद हो सकता है, “यहूदी नहीं” या “गैर यहूदी” या “गैर इस्राएली” (पुराने नियम) या “गैर-यहूदी”
  • परम्परा के अनुसार यहूदी अन्य जाति के साथ बैठ कर भोजन नहीं करते थे या उनके साथ संबन्ध नहीं रखते थे, इस कारण आरंभिक कलीसिया में समस्याएं उत्पन्न हुई थीं।

(यह भी देखें: इस्राएलयाकूबयहूदी)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H1471, G14820 , G14840, G16720

अपराध, अपराधों, विश्वासघात किया

परिभाषा:

“अपराध” का अर्थ है नियम का उल्लंघन करना या किसी मनुष्य के अधिकारों पर अतिक्रमण करना। “अपराध” करने की कार्य को "अतिक्रमण" कहते है।

  • यह शब्द "संक्रमण" शब्द से बहुत मिलता-जुलता है, लेकिन आमतौर पर इसका इस्तेमाल परमेश्वर अन्य लोगों के खिलाफ उल्लंघन का वर्णन करने के लिए किया जाता है।
  • अपराध एक नैतिक कानून या नागरिक कानून का उल्लंघन हो सकता है।
  • एक अपराध दूसरे व्यक्ति के खिलाफ किया गया पाप भी हो सकता है।.
  • इस शब्द का संबन्ध “पाप” और “अपराध” शब्दों से है, विशेष करके जब यह परमेश्वर की आज्ञा न मानने के परिप्रेक्ष्य में हो। सब पाप परमेश्वर के विरूद्ध अपराध हैं।

अनुवाद के सुझाव:

  • सन्दर्भ के अनुसार "तेरा अपराध" का अनुवाद हो सकता है "तेरे विरुद्ध पाप" या “नियम तोड़ना” हो सकता है।
  • कुछ भाषाओं में मुहावरे हो सकते हैं जैसे “हद पार करना”, “अपराध” के लिए इसका उपयोग किया जा सकता है।
  • देखें कि यह शब्द बाइबल में इसके प्रकरण के अर्थ के साथ कैसे सुसंगत है और इसकी तुलना अन्य समानार्थक शब्दों के साथ करें जैसे “अपराध करना” और “पाप करना”।

(यह भी देखें: अवज्ञाअधर्म के कामपापउल्लंघन करना)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H816, H817, H819, H2398, H4603, H4604, H6586, H6588, G264, G3900

अपवित्र

परिभाषा:

“अपवित्र” शब्द का अर्थ है, “पवित्र नहीं”। इस शब्द का तात्पर्य है परमेश्वर का आदर न करनेवाली बात या वस्तु।

  • इस शब्द द्वारा उस मनुष्य का वर्णन किया जाता है परमेश्वर का विरोध करके उसका अपमान करता है।
  • “अपवित्र” वस्तु को साधरण, अशुद्ध, भ्रष्ट कह सकते हैं। वह परमेश्वर का नहीं है।

अनुवाद के सुझाव:

  • इस शब्द के अनुवाद, “पवित्र नहीं है” या “परमेश्वर का नहीं है” या “परमेश्वर को सम्मानित नहीं करती है” या “ईश्वर भक्ति से संबन्धित नहीं है” हो सकते हैं।
  • कुछ प्रकरणों में “अपवित्र” का अनुवाद “अशुद्ध” किया जा सकता है।

(यह भी देखें: पवित्रआदरअशुद्ध करनाअशुद्ध)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H2455, G462, G2839

अभक्त, अधर्मी, अभक्ति, अधर्मी

परिभाषा:

“अभक्त” और “अधर्मी" शब्दों का विवरण परमेश्वर से विरोध करने वाले लोगो के लिए किया जाता है। अधर्म में जीवन निर्वाह करने वाले लोग, परमेश्वर पर चित्त नहीं लगाने को “अभक्ति” या “अधर्म” कहते हैं।

  • इन शब्दों के अर्थ लगभग एक से ही हैं। तथापि “अभक्त” और “अभक्ति” अधिक पराकाष्ठा व्यक्त करते हैं, अर्थात वो लोग या जाति जो परमेश्वर को नहीं मानते है और न ही उन पर परमेश्वर का राज्य स्वीकार करते है।
  • परमेश्वर अभक्तों और हर एक जन जो उसे और उसकी विधियों को अस्वीकार करते है उन पर क्रोध और दण्ड की घोषणा करता है।

अनुवाद के सुझाव

  • संदर्भ पर आधारित “अभक्त” शब्द का अनुवाद, “परमेश्वर को अप्रिय ” या “अनैतिक” या “परमेश्वर के अवज्ञाकारी”हो सकता है।
  • “अभक्त” और “अभक्ति” का वास्तविक अर्थ है कि मनुष्य “परमेश्वर के बिना” है या “परमेश्वर पर विचार नहीं करते” या “उनका व्यवहार ऐसा है कि वे परमेश्वर को नहीं मानते”।
  • अनुवाद की अन्य विधियां, “अभक्ति” या “अधर्म” का अनुवाद “दुष्ट” या “बुरा” या “परमेश्वर से विद्रोह” हो सकता है।

(यह भी देखें: ईश्वर-भक्तबुराई)

बाइबल संदर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H1100, H2623, H5760, H7563, G763, G764, G765

अभिषेक करना, अभिषिक्त, अभिषेक

परिभाषा:

“अभिषेक करना” इस उक्ति का अर्थ है, किसी मनुष्य पर तेल का अभ्यंजन करना या उस पर तेल उंडेलना| कभी-कभी ऐसे तेल में मसाले मिला दी जाते थे की उसमें मनमोहक, सुगन्धित गंध उठे| बाईबल के युग में, किसी का तेल से अभिषेक करने के अनेक कारण होते थे|

  • पुराने नियम में याजकों, राजाओं तथा भविष्यद्वक्ताओं का तेल से अभिषेक किया जाता था कि उन्हें परमेश्वर के लिए एक विशेष सेवा निमित्त अलग किया जाए।
  • वेदी तथा मिलापवाले तम्बू का भी तेल से अभिषेक किया जाता था कि प्रकट हो कि वे परमेश्वर की उपासना एवं महिमामय काम लेने के लिए हैं।
  • नये नियम में रोगियों की चंगाई के लिए उनका तेल से अभ्यंजन किया जाता था।
  • नये नियम में दो बार किसी स्त्री ने उपासना स्वरूप सुगन्धित द्रव्य से यीशु का अभिषेक किया था। एक बार यीशु ने यहाँ तक कह दिया था कि ऐसा करके वह स्त्री उसे भावी अन्तिम संस्कार के लिए तैयार कर रही है।
  • यीशु की मृत्यु के बाद उसके मित्रों ने तेल और सुगन्धित द्रव्यों से उसके शव का अभ्यंजन करके दफन के लिए तैयार किया था।
  • “मसीह” (इब्रानी भाषा) और “ख्रीस्त” (यूनानी भाषा) का अर्थ है, “अभिषिक्त (जन)”।
  • मसीह यीशु एक ऐसा मनुष्य था जिसे भविष्यद्वक्ता, महायाजक और राजा होने के लिए चुना गया था तथा उसका अभिषेक किया गया था।
  • बाईबल के युग में कुछ स्त्रियाँ इत्र से अपना अभ्यंजन करती थीं कि उनका योन आकर्षण प्रकट हो

अनुवाद के सुझाव:

  • प्रकरण के अनुसार “अभिषेक” शब्द का अनुवाद “ऊपर तेल डालना” या “तेल उण्डेलना” या “सुगन्धित तेल डालकर अभिषेक करना” हो सकता है।
  • “अभिषिक्त होना” का अनुवाद “तेल से अभिषिक्त होना” या “नियुक्त होना” या “पवित्र किया जाना” हो सकता है।
  • कुछ संदर्भों में “अभिषेक” का अनुवाद “नियुक्त” हो सकता है।
  • “अभिषिक्त याजक” का अनुवाद “याजक जिसका अभ्यंजन तेल से किया गया है” या “याजक जो तेल डाल कर अलग किया गया” हो सकता है।

(यह भी देखें: मसीहअभिषेक करनामहायाजकयहूदियों का राजायाजकभविष्यद्वक्ता )

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H0047, H0430, H1101, H1878, H3323, H4397, H4398, H4473, H4886, H4888, H4899, H5480, H8136, G00320, G02180, G07430, G14720, G20250, G34620, G55450, G55480

अविश्वास,अनिष्ट, विश्वासघात,

परिभाषा:

“अविश्वासी” अर्थात विश्वास से रहित रहना या विश्वास न करना।

  • इस शब्द द्वारा उन लोगों का वर्णन किया गया है जो परमेश्वर में विश्वास नहीं करते। उनके द्वारा विश्वास न करना उनके अनैतिक आचरण द्वारा प्रकट होता है।
  • भविष्यद्वक्ता यिर्मयाह ने इस्राएल पर दोष लगाया था कि वे विश्वास से विमुख हो गए हैं और परमेश्वर के अवज्ञाकारी हैं।
  • वे मूर्ति-पूजा करते थे और उन जातिओं के सदृश्य परमेश्वर विरोधी रीतियों पर चलते थे जो परमेश्कावर की उपासना एवं आज्ञाओं का पालन नहीं करती थीं।

"अनिष्ट"शब्द उन लोगों का वर्णन करता है जो परमेश्वर की आज्ञाओं के अनुरूप जीवन निवाह नहीं करते हैं| अनिष्ट होने की दशा या अभ्यास को "अविश्वास" कहते हैं|

  • इस्राएलियों को "विश्वास से विमुख"कहा गया था क्योंकि वे मूर्तिपूजा करने लगे थे और नाना प्रकार से परमेश्वर की आज्ञाओं का उल्लंघन कर रहे थे|

विवाहित जीवन में विश्वासघाती उसको कहा जाता है जो अपने जीवन साथी से विश्वासघात करता है|

  • परमेश्वर ने "विश्वासघात" शब्द का उपयोग इसलिए किया कि इस्राएल के अवज्ञाकारी व्यवहार का वर्णन करे| वे न तो परमेश्वर की आज्ञा मान रहे थे और न ही उसका सम्मान कर रहे थे|

अनुवाद के सुझाव

  • प्रकरण के अनुसार “अविश्वासी” का अनुवाद “विश्वासघाती” या “विश्वास नहीं करने वाला” या “परमेश्वर का अवज्ञाकारी” या “विश्वास से विमुख” किया जा सकता है।
  • “अविश्वास” का अनुवाद “विश्वासहीनता” या “अनिष्ठा” या “परमेश्वर से विरोध” किया जा सकता है।
  • "विश्वासघाती" शब्द का अनुवाद किया जा सकता है, "मनुष्य जो (परमेश्वर के) निष्ठावान नहीं हैं," या "अनिष्ट जन" या "परमेश्वर की अवज्ञा करनेवाले" या "परमेश्वर से विद्रोह करनेवाले|"
  • कुछ भाषाओं में, "विश्वास रहित" का अभिप्राय "अविश्वास" होता है|

(यह भी देखें: नाम कैसे अनुवादित करें)

(यह भी देखें: विश्वास करनानिष्ठावानअवज्ञाव्यभिचार)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: G571

अविश्वासी, अविश्वासियों, अविश्वास

परिभाषा:

“अविश्वास” अर्थात किसी बात पर या किसी मनुष्य पर विश्वास नहीं करना।

  • बाइबल में अविश्वास का अर्थ है, यीशु को अपना उद्धारकर्ता नहीं मानना या उसमें विश्वास नहीं करना।
  • यीशु में विश्वास नहीं करनेवाले को अविश्वासी कहते हैं।

अनुवाद के सुझाव:

  • “अविश्वास” के अन्य अनुवाद रूप हैं, “विश्वास की कमी” या “विश्वास नहीं करना”
  • “अविश्वासी” शब्द का अनुवाद”, “यीशु में विश्वास नहीं करनेवाला” या “जो यीशु को उद्धारकर्ता स्वीकार नहीं करता है।”

(यह भी देखें: विश्वासीविश्वासभरोसा)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: G543, G544, G570, G571

अशुद्ध

परिभाषा:

बाइबल में “अशुद्ध” शब्द प्रतीकात्मक रूप में उन बातों के संदर्भ में है जिन्हें परमेश्वर ने अपने लोगों के स्पर्श, भोजन तथा बलि के लिए अछूत ठहराया है।

  • परमेश्वर ने इस्राएलियों को स्पष्ट निर्देशन दिए कि उनके लिए कौन-कौन से पशु शुद्ध हैं और कौन-कौन से अशुद्ध हैं। अशुद्ध पशु को खाने के लिए और बलि के लिए उपयोग करने की अनुमति नहीं थी।
  • कुछ त्वचा रोगों के कारण लोगों को "अशुद्ध" कहा जाता है जब तक कि वे चंगा नहीं होते।
  • यदि इस्राएली किसी अशुद्ध वस्तु का स्पर्श करते थे तो उन्हें भी एक निश्चित समय तक अशुद्ध माना जाता था।
  • अशुद्ध वस्तुओं को न तो स्पर्श करके और न ही खा करके इस्राएली परमेश्वर की सेवा के लिए पृथक ठहरते थे।
  • यह शारीरिक एवं सांसारिक अशुद्धता नैतिक अशुद्धता का प्रतीक थी।
  • प्रतीकात्मक रूप में अशुद्ध आत्मा का संदर्भ दुष्टात्मा से था।

अनुवाद के सुझाव:

  • “अशुद्ध” का अनुवाद “अछूत” या “परमेश्वर के योग्य नहीं” या “शारीरिक अशुद्धता” या “अपवित्र” हो सकता है।
  • शैतानी अशुद्ध आत्मा के संदर्भ में “अशुद्ध” का अनुवाद “दुष्ट” या “अपवित्र” किया जा सकता है।
  • इस शब्द का अनुवाद आत्मिक अशुद्धता का भाव व्यक्त करे। इसका संदर्भ उस हर एक वस्तु से हो जिसे परमेश्वर ने स्पर्श करने, खाने और बलि चढ़ाने के लिए वर्जित किया है।

(यह भी देखें: शुद्धअशुद्धदुष्टात्मापवित्रबलिदानअपवित्र)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H2930, H2931, H2932, H5079, H6172, H6945, H7137, G167, G169, G2839, G2840, G3394

अख़मीरी रोटी

परिभाषा:

“अखमीरी रोटी” खमीर रहित या खट्टा करने वाले पदार्थ से रहित रोटी। यह रोटी पतली होती है क्योंकि उसे फूलने के लिए उसमें खमीर नहीं होता है।

  • जब परमेश्वर ने इस्त्राएलियेां को मिस्र के दासत्व से छुड़ाया था तब कहा था कि आटे को खमीर होने की प्रतीक्षा किए बिना वे अतिशीघ्र वहाँ से निकलें। अतः उन्होंने भोजन में अखमीरी रोटी खाई थी। तब से उनके वार्षिक फसह में अखमीरी रोटी का उपयोग किया जाता था कि उन्हें उस समय का स्मरण करवाए।
  • कभी-कभी ख़मीर पाप का द्योतक भी कहा गया है, अतः "अखमीरी रोटी" मनुष्य के जीवन से पाप निवारण को दर्शाती है, जिससे कि वे परमेश्वर को सम्मान देनेवाला जीवन जिएँ।

अनुवाद के सुझाव:

  • इस शब्द के अन्य अनुवाद रूप हो सकते है, “बिना खमीर की रोटी” या “बिना फूली रोटी."
  • सुनिश्चित करें कि इसका अनुवाद आपके द्वारा “खमीर” के अनुवाद से सुसंगत हो।
  • कुछ प्रकरणों में “अखमीरी रोटी” का संदर्भ “अखमीरी रोटी के पर्व” से है और इसका अनुवाद वैसे ही किया जाए।

(यह भी देखें: रोटीमिस्रउत्सवफसहसेवकपापखमीर)

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H4682, G01060

आग्रह करना,  उपदेश

परिभाषा:

“आग्रह करना” अर्थात् उचित काम करने के लिए प्रबल प्रोत्साहन देना और प्रबोधन करना| ऐसी उत्प्रेरणा को आग्रह करना कहते हैं।

  • “उपदेश देने” का उद्देश्य है मनुष्यों को पाप का त्याग करके परमेश्वर की इच्छा पर चलने के लिए प्रेरित करना।
  • नये नियम में विश्वासियों को शिक्षा दी गई है कि एक दूसरे को कठोर एवं खडी बोली में नहीं वरन प्रेमपूर्वक समझाएं।

अनुवाद के सुझाव:

  • प्रकरण के अनुसार “आग्रह करना” का अनुवाद “प्रबल प्रबोधन” या “कायल करना” या “परामर्श देना” भी हो सकता है।
  • सुनिश्चित करें कि इस शब्द का अनुवाद ऐसा न लगे कि समझाने वाला क्रोधित है। इस शब्द से शक्ति एवं गंभीरता प्रकट हो परन्तु क्रोधपूर्ण भाषा का संदर्भ न हो।
  • अधिकांश प्रकरणों में "आग्रह करने" का अनुवाद “प्रोत्साहन” से भिन्न होना है जिसका अर्थ है प्रेरित करना, विश्वास दिलाना, या शान्ति देना है।
  • इस शब्द का अनुवाद “झिड़कना” से भी भिन्न होना है जिसका अर्थ है अनुचित व्यवहार के लिए चेतावनी देना, या सुधारना है।

बाइबल सन्दर्भ:

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: G38670, G38700, G38740, G43890

आज्ञा, आज्ञाएँ, आज्ञा दी

परिभाषा:

“आज्ञा देना” अर्थात किसी को कुछ करने की आज्ञा देना। “आज्ञा” मनुष्य को दिया गया आदेश है।

  • यद्यपि इन शब्दों के मूल रूप से एक ही अर्थ है, “आज्ञा” अक्सर परमेश्वर की कुछ निश्चित आज्ञाओं को संदर्भित करता है जो अधिक औपचारिक और स्थायी हैं, जैसे “दस आज्ञाएं”।
  • आज्ञा सकारात्मक हो सकता है (“अपने माता-पिता का आदर कर”) या नकारात्मक (“चोरी मत कर”)।
  • “आदेश हाथ में लेना” अर्थात “नियंत्रण संभालना” या किसी काम या मनुष्य का दायित्व संभालना”।

अनुवाद सुझाव:

  • “व्यवस्था” शब्द का अनुवाद भिन्न अर्थ में किया जाना सबसे अच्छा है। “आदेश” और “विधियों” की परिभाषा से भी इसकी तुलना करें।
  • कुछ अनुवादक अपनी भाषा में एक ही शब्द द्वारा आज्ञा और ईश्वरीय आज्ञा का अनुवाद करना पसंद कर सकते हैं।
  • अन्य अनुवादक ईश्वरीय आज्ञा के लिए एक विशेष शब्द का उपयोग करना पसंद कर सकते हैं, जो कि स्थायी, औपचारिक आज्ञाएँ जो परमेश्वर ने बनायीं है।

(देखें आदेशविधिव्यवस्थादस आज्ञाएँ)

बाइबल संदर्भ:

शब्द तथ्य:

  • Strong's: H559, H560, H565, H1696, H1697, H1881, H2706, H2708, H2710, H2941, H2942, H2951, H3027, H3982, H3983, H4406, H4662, H4687, H4929, H4931, H4941, H5057, H5713, H5749, H6213, H6310, H6346, H6490, H6673, H6680, H7101, H7218, H7227, H7262, H7761, H7970, H8269, G1263, G1291, G1296, G1297, G1299, G1690, G1778, G1781, G1785, G2003, G2004, G2008, G2036, G2753, G3056, G3726, G3852, G3853, G4367, G4483, G4487, G5506

आत्मा, हवा, सांस

परिभाषा:

“आत्मा” मनुष्य का वह अलौकिक भाग है जो दिखाई नहीं देता है। मरने के समय आत्मा शरीर को छोड़ देती है। “आत्मा” शब्द स्वभाव या मानसिक अवस्था को भी दर्शाता है। बाइबिल के समय में, किसी व्यक्ति की आत्मा की अवधारणा का किसी व्यक्ति की सांस की अवधारणा से गहरा संबंध था। शब्द "हवा" का भी उल्लेख कर सकता है, अर्थात, प्राकृतिक दुनिया में हवा की गति।

  • शब्द "आत्मा" एक ऐसे प्राणी आत्मा के सन्दर्भ में भी हो सकता है जिसके पास एक भौतिक शरीर नहीं है, जैसे दुष्टात्मा।
  • “आत्मिक” इस शब्द का सामान्य अर्थ है, अलौकिक संसार की बातें।
  • “की आत्मा” इस उक्ति का अर्थ है, “का सा चरित्र” जैसे “बुद्धि की आत्मा” या “एलिय्याह की आत्मा में”। मनुष्य के स्वभाव और भावना के परिप्रेक्ष्य में “आत्मा” का संदर्भ होगा, “भय की आत्मा” या “ईर्ष्या की आत्मा”
  • यीशु ने कहा कि परमेश्वर आत्मा है।

अनुवाद के सुझाव:

  • प्रकरण के अनुसार “आत्मा” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “अलौकिक प्राणी” या “आन्तरिक भाग” या “आन्तरिक मनुष्यत्व”।
  • कुछ संदर्भों में “आत्मा” का अनुवाद “दुष्टात्मा” या “दुष्ट आत्मिक प्राणी” हो सकता है।
  • कभी-कभी “आत्मा” शब्द मनुष्य की भावना को व्यक्त करने के लिए काम में लिया जाता है जैसे “मेरी आत्मा भीतर ही भीतर व्याकुल थी”। इसका अनुवाद “मेरी आत्मा दुःखित थी” या “मुझे गहरा दुख” हो सकता है।
  • “की आत्मा” का अनुवाद हो सकता है, “का चरित्र” या “का प्रभाव” या “का स्वाभाव” या “के द्वारा चरित्र-लक्षण प्रभावित"
  • संदर्भ के आधार पर, "आत्मिक" का अनुवाद हो सकता है, "अलौकिक" या "पवित्र आत्मा से" या "परमेश्वर" या "अलौकिक संसार का भाग"
  • इस अभिव्यक्ति "आध्यात्मिक परिपक्वता" का अनुवाद हो सकता है, "ईश्वरीय स्वभाव जो पवित्र आत्मा का आज्ञाकारी है"
  • "आध्यात्मिक वरदान" का अनुवाद हो सकता है, "पवित्रात्मा प्रदत्त विशेष योग्यता"
  • कभी-कभी इस शब्द का अनुवाद, "हवा" भी हो सकता है, जब हवा चलने का सन्दर्भ हो या "सांस"" हो सकता है जब जीवित प्राणियों द्वारा वायु प्रवाह का संदार्ब हो|

(यह भी देखें: दुष्टात्मापवित्र आत्माप्राणसांस)

बाइबल के सन्दर्भ:

बाइबल के कहानियों से उदाहरण:

  • 13:3 तीसरे दिन तक, वह अपने आप को आत्मिक रूप से तैयार करे ,जब परमेश्वर सीनै पर्वत पर आया तो बादल गरजने और बिजली चमकने लगी और पर्वत पर काली घटा छा गई फिर नरसिंगे का बड़ा भारी शब्द हुआ |
  • 40:7 तब यीशु ने पुकार कर कहा, “पूरा हुआ! हे पिता, मैं अपनी आत्मा तेरे हाथों में सौंपता हूँ |” तब यीशु का सिर झुक दिया, और उसने अपनी आत्मा को परमेश्वर के हाथ में सौंप दिया |
  • 45:5 जब स्तिफनुस मरने पर था, वह प्रार्थना करने लगा कि, “हे प्रभु यीशु मेरी आत्मा को ग्रहण कर |”
  • 48:7 सभी लोगों का समूह यीशु के कारण आशीषित हुआ, क्योंकि हर कोई जिसने यीशु पर विश्वास करने लगा और अपने पापों से छुटकारा पाया, और अब्राहम का एक आत्मिक वंशज बना |

शब्द तथ्य:

  • स्ट्रोंग्स: H178, H1172, H5397, H7307, H7308, G4151, G4152, G4153, G5326, G5427

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